Saturday, July 4, 2020

ब्लैक-ग्रीन टी और हरितिकी में कोरोना से लड़ने की क्षमता, इनमें मौजूद केमिकल वायरस प्रोटीन नष्ट कर कर सकता है

आईआईटी दिल्ली की हालिया रिसर्च के मुताबिक, ब्लैक टी, ग्रीन टी और हरितिकी (हरण) के एक्सट्रेक्ट में एंटीवायरल खूबियां पाई गई हैं। ये कोरोना से लड़ने में मदद कर सकती हैं, इनमें मरीजों को ठीक करने की क्षमता है। जल्द ही इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू होगा। शोधकर्ता प्रो. अशोक कुमार पटेल के मुताबिक, औषधीय पौधों से वायरल डिसीज की गंभीरता को कम किया जा सकता है। ये कम खर्च में इलाज के बेहतर विकल्प साबित होते हैं।

कोरोना के प्रोटीन टार्गेट करने की कोशिश
जर्नल फिजियोथैरेपी रिसर्च में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने 51 औषधीय पौधों का असर कोरोना के 3 सीएलपी प्रोटीएज प्रोटीन पर देखा। शरीर में कोरोनावायरस के रेप्लिकेशन के लिए यह प्रोटीन जिम्मेदार होता है। इस प्रोटीन को टार्गेट करके शरीर में बढ़ती कोरोना की संख्या को कंट्रोल कर सकते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, चाय और हरितिकी में गैलोटेनिन तत्व पाया जाता है जो कोरोना के प्रोटीन को रोकता है।

चाय से कोरोना के मरीजों को राहत मिल सकती है
आईआईटी दिल्ली के रिसर्च एंड डेवलपमेंट डीन एसके खरे के मुताबिक, भारतीय औषधीय पौधों में ऐसे बायोएक्टिव कम्पोनेंट्स हैं जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। रिसर्च में ऐसे प्रमाण मिले हैं जो बताते हैं चाय कोविड से जुड़ी दिक्कतों में राहत देती है। यह कोरोना के 3 सीएलपी प्रोटीएज प्रोटीन को रोकती है।
शोधकर्ता प्रो. अशोक कुमार पटेल के मुताबिक, रिसर्च के दौरान ये पाया गया है गैलोटेनिन में मेडिसिनल खूबियां हैं। इसे टैनिक एसिड के नाम भी जानते हैं।

एक्सपर्ट एडवाइज : दिनभर में दो से अधिक न लें ब्लैक/ग्रीन टी

  • आयुर्वेद और नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता के मुताबिक, जब वायरस का हमला होता है तब शरीर इंटरफेरॉन्स रिलीज करने लगताहै। ये इंटरफेरॉन्स अधिकतर वायरस को पहली स्टेज में ही खत्म कर देते हैं। गैलोटेनिन इन्हीं इंटरफेरॉन्स को मजबूती देता है ताकि येवायरस के संक्रमण से बचा सकें।
  • दिनभर में दो से अधिक ग्रीन या ब्लैक नहीं लेना चाहिए। सबसे जरूरी बात है कि इसमें शक्कर का इस्तेमाल न करें और शाम 6 बजे से पहले ही पी लें, वरना अनिद्रा की शिकायत हो सकती है।
  • दोनों ही तरह की चाय में शक्कर की जगह शहद का प्रयोग कर सकते हैं लेकिन चाय ठंडी होने के बाद शहद मिलाएं, वरना इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसे औरफायदेमंद बनाने के लिए नींबू रस की कुछ बूंदे डाल सकते हैं।
  • चरक संहिता में हरितिकी को आंतों को हरा-भरा करने वाला बताया गया है। यह पेट को साफ करने का काम करता है। कई रिसर्च में साबित हुआ है कि शरीर की ज्यादातर बीमारियां पेट से शुरू होती हैं, हरितिकी इसे ही साफ करने में मदद करता है ताकि इम्युनिटी बढ़े। यह आंतों को सूखने से भीरोकता है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
The ability to cure corona patients in black-green tea and greenery, damage the proteins of the gallotinin virus present in them


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2AsSZUN
via

No comments:

Post a Comment