- सवाल : मेरे सांस लेने पर आवाज़ आती है और भारीपन भी महसूस होता है इसका क्या इलाज है? - आकाश, ई-मेल पर
जवाब: मैक्स हॉस्पिटल के डायरेक्टर और पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. विवेक नांगिया कहते हैं सांस फूलने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि सर्दी-ज़ुकाम, खांसी, भूख से अधिक खाना, मोटापा, कम दबाव वाला यानी ऊंचाई वाला स्थान, अधिक गर्म या अधिक ठंडा माहौल, फेफड़ों में छोटी-मोटी परेशानी, सांस नली का जाम होना, प्रदूषण आदि।
अगर सांस में समस्या का कारण इनमें से कोई एक है तो घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि इससे जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा। सर्दी-ज़ुकाम और खांसी के लिए तुलसी-अदरक का काढ़ा पिएं और गर्म पानी में बाम डालकर भाप लें। कुछ दिनों तक गर्म पानी ही पिएं।
मोटापा कम करना ज़रूरी है और फेफड़ों की समस्या से बचने के लिए योग व व्यायाम करें। सांस की नली जाम हो गई है तो गुनगुना पानी पिएं और खाना भूख से थोड़ा कम ही खाएं। घर को हमेशा बंद न रखें क्योंकि शुद्ध वायु के लिए वेंटिलेशन होना बेहद ज़रूरी है।
एक्टिव और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें। हेल्दी डाइट लें। खानपान में नट्स, बीज और मछली को शामिल करें। ये फेफड़ों को मज़बूती देता है। अगर धूल आदि से एलर्जी है, तो उससे दूर रहें। सांस की समस्या आम होने के साथ चिंता का विषय भी बन सकती है। कई मामलों में यह गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
हार्ट से जुड़ी समस्या की शुरुआत भी सांस की समस्या से होती है। बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन के कारण भी सांस लेने में समस्या हो सकती है। जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है, उन्हें इसका ज़्यादा ख़तरा रहता है। बार-बार सांस लेने में समस्या होती है या स्थिति देर तक बनी रहती है, तो इलाज कराना आवश्यक है। डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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