कोरोना से रिकवर होने वाला हर 10 में से एक मरीज इसके साइडइफेक्ट से जूझ रहा है। इलाज के बाद मरीजों में थकान, गंध-स्वाद का पता न चल पाना और एकाग्रता की कमी जैसे लक्षण दिख रहे हैं। यह दावा साउथ कोरिया में हुई स्टडी में किया गया है।
965 मरीजों पर हुई स्टडी
कोरोना से रिकवर होने वाले 965 मरीजों पर ऑनलाइन स्टडी की गई। कोरिया के सेंटर्स डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अधिकारी क्वॉन जून-वूक के मुताबिक, 91.1 फीसदी मरीजों में साइडइफेक्ट दिख रहा है।
26.2 फीसदी मरीज रीडिंग में मन नहीं लगा पा रहे
रिसर्च के मुताबिक, 26.2 फीसदी मरीज रीडिंग पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। उनमें एकाग्रता में कमी महसूस हो रही है। इसके अलावा मरीज गंध या स्वाद न पहचान पाने और दिमाग पर पड़ रहे नकारात्मक असर से परेशान हैं।
क्यूंगपूक नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर किन शिन-वू ने कोरोना से रिकवर हुए 5762 मरीजों में से 16 फीसदी कोरोना सर्वाइवर से ऑनलाइन सर्वे किया, जिसमें ये बातें सामने आईं।
16 संस्थानों के साथ मिलकर एक और स्टडी हो रही
प्रो. क्वॉन के मुताबिक, रिसर्च पूरी तरह ऑनलाइन की गई थी। जल्द ही इस पर और एनलिसिस करने के बाद रिसर्च को प्रकाशित करेंगे। साउथ कोरिया 16 संस्थानों के साथ मिलकर एक और स्टडी कर रहा है जिसमें मरीजों में दिखने वाले साइड इफेक्ट के असर को समझने की कोशिश की जा रही है। इस रिसर्च में मरीजों का सीटी स्कैन किया जा रहा है।
दक्षिण कोरिया में सोमवार को 38 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई। देश में अब तक कुल 23,699 पॉजिटिव मामले पाए जा चुके हैं। कोरोना महामारी की वजह से वहां अब तक 407 लोगों की मौत हो चुकी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2GmkZMs
via
No comments:
Post a Comment